Description
“तुम एक कविता हो!” कवितासंग्रह से परे एक व्यक्ति के भावों की अभिव्यक्ति का प्रयास है | इसमें संग्रहित कविताएँ जीवन के विभिन्न परिस्तिथियों में महसूस किये गए भावों को एक विशेष उपमाओं एवं तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास करती है | इस संग्रह में कविताओं एवं गज़लों के माध्यम से जीवन की सीधी किन्तु महत्वपूर्ण बातों पे विचार किया गया है एवं उसके नए पक्षों पे प्रकाश डालने की कोशिश की गयी है | कवि ने छोटे किंतु प्रभावशाली पंक्तियों से अपने विचार व्यक्त किये है एवं पूरी ईमानदारी से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है |
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