Description
सामाजिक परिवर्तन एवं विकास नामक पुस्तक सामाजिक परिवर्तन एवं विकास से संबंधित सभी विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखकर अध्याय को सम्मिलित किया है l इस पुस्तक में सामाजिक परिवर्तन के अवधारणा प्रकृति, प्रकार, सामाजिक परिवर्तन के साधन एवं सिद्धांत, उद्विकास, प्रगति के साथ-साथ संस्कृतिकरण, पश्चिमीकरण, आधुनिकीकरण के अवधारणा एवं प्रभाव को रेखांकित किया गया है l
प्रस्तुत पुस्तक में विकसित एवं अविकसित समाज की अवधारणा और विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया है l इसके अतिरिक्त यह पुस्तक समाजवादी अर्थव्यवस्था, पूंजीवादी अर्थव्यवस्था, मिश्रित अर्थव्यवस्था की अवधारणा एवं गुण – दोषो को उजागर किया गया है l प्रस्तुत पुस्तक विकासवादी प्रारूप जैसे रोसटोव, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू आदि के विकास मॉडल को भी प्रस्तुत किया गया है l इन बातों के अतिरिक्त विभिन्न पर्यावरणीय योजनाओं के उद्देश्य लक्ष्यों एवं उपलब्धियो को भी मूल्यांकन करने का प्रयास किया गया है l
प्रस्तुत पुस्तक की भाषा स्पष्ट, सरल एवं प्रभावपूर्ण है l जो भारत के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के छात्रों एवं छात्राओं के लिए उपयोगी रहेगा
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