Description
उपन्यास एक युवा लड़के की कहानी है। जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है और पढ़ाई करते हुए वो बहुत सी समस्याओं से घिरा हुआ है। वही समस्याओं से जिन समस्याओं से आज हिंदुस्तान का हर एक स्टूडेंट घिरा हुआ है। एग्जाम, ओरल टेस्ट, प्रैक्टिकल्स, न जाने कितनी ऐसी परिक्षयाएं जो स्टूडेंट्स को काबिल नही बनाती बल्कि, दिमाग पर बोझा ढोने की ताकत देती है और जब ये बोझा बढ़ जाता है। स्टूडेंट्स को दो ही रास्तें दिखते है। एक तो छत से कूदना या फिर पंखे से लटकना। हमारे कहानी के नायक भी एक वक्त के बाद इसी इसी परेशानी से घिर जाता है। पढ़ाई से उसे डर लगने लगता है। अब ऐसे मुश्किल परिस्तिथि में वो क्या करेगा? छत से कूदेगा या पंखे से लटकेगा या कुछ और तीसरा रास्ता है ? ऐसे ही परिस्थितियों से गुजरते प्रेम, दोस्ती-यारी, दुनियादारी के इर्द-गिर्द घूमती ये कहानी है।
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