Mauntarang

By:

Saloni Tiwari

385.00

Category

ISBN:

9789368681878

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Description

मौनतरंग – जहाँ मौन भी बोलते हैं
हर भावना को शब्द नहीं मिलते,
कुछ एहसास बस दिल में थमे रह जाते हैं।
मौनतरंग उन्हीं अनकहे जज़्बातों की आवाज़ है।

यह सिर्फ कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि आत्मा के उन कोनों की यात्रा है, जहाँ अक्सर हम खुद भी नहीं पहुँच पाते। हर कविता एक मौन विचार है, एक अधूरा सवाल, एक छुपी हुई सच्चाई—जो आपके मन को छू जाएगी।

सालोनी तिवारी की लेखनी सरल है, लेकिन उसमें वो गहराई है जो सीधे दिल तक उतरती है। मौनतरंग आपको उन लम्हों से जोड़ती है जिन्हें आपने जिया, महसूस किया… लेकिन कभी शब्दों में नहीं ढाला।

यदि आपने कभी—
ख़ुद से कोई बात की हो,
किसी एहसास को दबा लिया हो,
किसी सवाल को अधूरा छोड़ा हो,
या सिर्फ एक पल को पूरी तरह जीया हो…

तो मौनतरंग आपकी अपनी कहानी बन जाएगी।

अब मौन को सुनने का वक्त है। अपनी प्रति अभी ऑर्डर करें और इस संवेदनशील यात्रा का हिस्सा बनें।

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